भारत में शिक्षक की भूमिका: वर्तमान सन्दर्भ

लेखक

  • सृष्टि त्रिवेदी Student of M.Ed., Department of Teacher-Training, Chaudhary Charan Singh Degree College Heonra, Etawah ##default.groups.name.author##
  • डॉ. सरोज यादव Professor, Department of Teacher-Training, Chaudhary Charan Singh Degree College Heonra, Etawah ##default.groups.name.author##

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शिक्षक की भूमिका##common.commaListSeparator## भारत में शिक्षक##common.commaListSeparator## वर्तमान सन्दर्भ##common.commaListSeparator## शिक्षा##common.commaListSeparator## शिक्षक प्रशिक्षण

सार

यह हम भारत में शिक्षक की बदलती भूमिका पर प्रकाश डालते है। पारंपरिक ज्ञानदाता की भूमिका से आगे बढ़कर, आधुनिक शिक्षक अब एक सुविधा प्रदाता, रोल मॉडल, मूल्यांकनकर्ता और अनुसंधानकर्ता के रूप में उभर रहा है। तकनीकी विकास, वैश्वीकरण और नई शिक्षा नीति जैसी चुनौतियों के बावजूद, शिक्षक विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। शोध में पाया गया कि शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए बेहतर प्रशिक्षण, प्रोत्साहन और कार्य वातावरण की आवश्यकता है। भविष्य में शिक्षकों को विद्यार्थियों को 21वीं सदी की कौशल सिखाने और उन्हें वैश्विक नागरिक बनाने के लिए और अधिक तैयार रहने की आवश्यकता होगी।

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प्रकाशित

2024-11-30