किशोरों के कैरियर विकास पर माता-पिता के प्रभाव का पारिवारिक दृष्टिकोण: एक समीक्षात्मक अध्ययन
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https://doi.org/10.71126/nijms.v2i1.85सार
यह विस्तृत समीक्षा पत्र चालीस से अधिक अकादमिक स्रोतों से प्राप्त हुए परिणामों का विश्लेषण करता है ताकि किशोरों की शैक्षणिक सफलताओं और उनके व्यावसायिक लक्ष्यों को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण घटकों की जांच की जा सके। यह तीन प्रमुख क्षेत्रों के बीच होने वाले संबंधों का आलोचनात्मक विश्लेषण करता है: पारिवारिक प्रभाव, व्यक्तिगत मनोवैज्ञानिक कारक, और विद्यालय-आधारित हस्तक्षेप, यह साहित्य बहुमत से माता-पिता को बच्चे के कैरियर पथ पर सबसे बड़ा प्रभाव के रूप में चित्रित करता है, जिसमें सहायक व्यवहार और सत्तावादी पालन-पोषण शैली सकारात्मक रूप से दृढ़ता और अनुकूलनशीलता के साथ संबंधित हैं। माता-पिता का हस्तक्षेप और अवास्तविक उम्मीदें खतरनाक हो सकते हैं ये तथ्य एक महत्वपूर्ण मध्यस्थ के रूप में व्यक्तिगत आत्म-प्रभावकारिता विकसित करता है, जो माता-पिता और सलाहकारों से प्राप्त बाहरी समर्थन को ठोस कैरियर विकास परिणामों में बदल देता है। औपचारिक विद्यालय परामर्श के प्रभाव से कुछ अलग-अलग परिणाम सामने आते हैं, जैसे तीव्रता की कमी और पारिवारिक प्रणालियों को एकीकृत करने में विफलता के कारण कई हस्तक्षेप सांख्यिकीय रूप से नगण्य पाए गए हैं, हालांकि कुछ प्रभावी हो भी सकते हैं। वहीं सीखने की अक्षमता वाले या विविध सांस्कृतिक और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले विद्यार्थी कमजोर आबादी में मिश्रित बाधाओं का सामना करते हैं। इन्ही तथ्यों के आधार पर निष्कर्ष सामूहिक रूप से कैरियर मार्गदर्शन के लिए एक एकीकृत पारिस्थितिकी-तंत्र-आधारित दृष्टिकोण की आवश्यकता की ओर इशारा करते हैं जो परिवार-केंद्रित एवं विकासात्मक रूप से उपयुक्त हो और छात्रों के आंतरिक मनोवैज्ञानिक संसाधनों के निर्माण पर केंद्रित हो।
मुख्य शब्द: माता-पिता का प्रभाव, कैरियर विकास, आत्म-प्रभावकारिता, किशोर, विद्यालय परामर्श, सामाजिक संज्ञानात्मक कैरियर सिद्धांत, कैरियर अनुकूलनशीलता।
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