राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारतीय ज्ञान परंपरा का एकीकरण: उद्देश्यों, चुनौतियों एवं संभावनाओं का अध्ययन

Authors

  • डॉ नीति प्रोफेसर, शिक्षा- प्रशिक्षण विभाग, चौधरी चरण सिंह पी० जी० कालेज हेंवरा, इटावा Author
  • डॉ० मोहम्मद काशिफ तौफ़ीक असिस्टेंट प्रोफेसर, शिक्षा- प्रशिक्षण विभाग, चौधरी चरण सिंह पी० जी० कालेज हेंवरा, इटावा Author

Abstract

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक है, जिसका उद्देश्य ज्ञान के समावेशी, बहुआयामी और समग्र स्वरूप को पुनर्स्थापित करना है। इस नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा (Indian Knowledge Tradition - IKT) के पुनरुद्धार पर विशेष बल दिया गया है, जिसमें वैदिक गणित, योग, आयुर्वेद, भारतीय दर्शन, भाषा, साहित्य, संगीत, नाट्यकला, नीतिशास्त्र आदि को शिक्षा के विभिन्न स्तरों पर एकीकृत करने की बात कही गई है। यह शोध NEP 2020 में भारतीय ज्ञान परंपरा के एकीकरण की दिशा में उठाए गए कदमों का विश्लेषण करता है। इसमें नीति के उद्देश्यों, उस पर आधारित क्रियान्वयन प्रक्रिया, इससे उत्पन्न होने वाली चुनौतियाँ और इसके दीर्घकालिक प्रभावों का सम्यक् अध्ययन किया गया है। शोध में गुणात्मक पद्धति के अंतर्गत दस्तावेज़ विश्लेषण तथा नीति समीक्षा को आधार बनाया गया है। अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि यद्यपि नीति के उद्देश्यों में भारतीय मूल्यों और परंपराओं को पुनर्जीवित करने की सशक्त भावना निहित है, तथापि इसके समुचित कार्यान्वयन में अनेक बाधाएँ विद्यमान हैं, जैसे पाठ्यचर्या विकास की जटिलता, योग्य शिक्षकों की कमी, संसाधनों की अनुपलब्धता और आधुनिक शिक्षा के साथ संतुलन बनाए रखने की चुनौती। अतः उक्त शोध यह सुझाव देता है कि पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक उपकरणों, डिजिटल सामग्री और नवाचार आधारित शिक्षण विधियों के माध्यम से छात्रों तक पहुँचाना आवश्यक है। साथ ही, शिक्षक प्रशिक्षण और पाठ्यपुस्तक निर्माण में भी भारतीय ज्ञान परंपरा का प्रभावी समावेश किया जाना चाहिए।

मुख्य शब्द: भारतीय ज्ञान परंपरा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति, षड्दर्शन, वेद, उपनिषद, पुराण, दर्शन

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Published

2025-03-05

How to Cite

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भारतीय ज्ञान परंपरा का एकीकरण: उद्देश्यों, चुनौतियों एवं संभावनाओं का अध्ययन. (2025). Naveen International Journal of Multidisciplinary Sciences (NIJMS), 1(4), 25-32. https://nijms.com/index.php/nijms/article/view/59